कानपुर में घूमने की जगह - Best Tourist Places In Kanpur In Hindi

मेरे प्रिय पाठक आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार हमारे नए  लेख में , इस लेख में हम कानपुर यात्रा करने की संपूर्ण जानकारी देंगे तथा यहां के कुछ उद्योग धंधों के बारे में भी जानकारी दें | आपसे अनुरोध है कि संपूर्ण जानकारी के लिए हमारे इस लेख को पूरा  अंतिम तक पढ़े|

कानपुर में घूमने की जगह - Best Tourist Places In Kanpur In Hindi

कानपुर में घूमने की जगह - Kanpur Tourist Places in Hindi :

कानपुर उत्तर प्रदेश का एक जिला है, यह जिला सबसे अधिक आबादी वाले शहरों में से प्रमुख है | कानपुर औद्योगिक शहरों में भी गिना जाता है ,कानपुर गंगा नदी के किनारे स्थित है , कानपुर की स्थापना चंदेला राजवंशों के शासकों ने 10वीं और 13वीं सदी के बीच किया था |

कानपुर शहर कपड़ा उद्योग और चमड़ा उद्योग के लिए काफी प्रसिद्ध है | कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम बहुत फेमस है यहां पर अंतरराष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले जाते हैं | 

कानपुर शहर में काकादेव इंजीनियरिंग तथा मेडिकल की कोचिंग के लिए यह जगह बहुत फेमस है यहां पर बहुत सारे कोचिंग संस्थान मिल जाएंगे तथा यहां छात्रों की बहुत ज्यादा भीड़ होती है |

कानपुर शहर की इतिहास - History of Kanpur In Hindi :

कानपुर शहर का पुराना नाम कान्हपूर था , जिसे कनपुरिया वंश के राजा कान्हदेव द्वारा स्थापित किया गया था |कानपुर शहर पर कन्नौज के शासकों ने भी शासन किया है इनके अलावा इस क्षेत्र पर सूर वंश के मुस्लिम शासकों का भी शासन था |कानपुर शहर 1857 की क्रांति में अपना पूरा योगदान दिया था | कानपुर का एक नरसंहार बहुत फेमस है जिसमें सिपाही बलों ने 120 महिलाओं और बच्चों को मार डाला था इस घटना के बाद अंग्रेजों ने कानपुर नरसंहार तथा अन्य नरसंहार को अंजाम दिया | कानपुर गंगा नदी के किनारे स्थित होने के कारण यहां पर यातायात उद्योग धंधों की सुविधा अच्छी थी जिसके कारण यहां अंग्रेज ने उद्योग धंधों को जन्म दिया तथा इस नगर का विकास किया | यहां सबसे पहले इंडिया कंपनी ने नील का व्यवसाय शुरू किया था | ग्रैंड ट्रंक सड़क 1832 में बनने के बाद कानपुर नगर इलाहाबाद से अच्छी तरह जुड़ गया था | इसके बाद यहां व्यापार तेजी से बढ़ना शुरू हो गया जो आज भी या नगर उद्योग के लिए बहुत फेमस है |

कानपुर शहर का पुराना नाम क्या है - Old Name of Kanpur :

कानपुर शहर का पुराना नाम कान्हपूर था |

कानपुर में घूमने लायक पर्यटन स्थल- Famous Tourist Place In Kanpur In Hindi : 

कानपुर उत्तर प्रदेश का प्रमुख नगरों में से एक नगर है जो उन्हें पर्यटक स्थल तथा यहां के उद्योग लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है |

1. कानपुर में घूमने की जगह बिठूर - Bithoor Tourist Places In Kanpur In Hindi :

भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर जिले में बिठूर स्थित है | यह गंगा के किनारे एक पुरानी बस्ती है तथा एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है जो यह हर दिन हजारों हिंदू तीर्थ यात्रियों को आकर्षित करता है | कानपुर से बिठूर की दूरी लगभग 22 किलोमीटर कन्नौज रोड पर स्थित है | जो यह शांत वातावरण की जगह है तथा भीड़भाड़ से काफी दूर है | 

1857 के स्वतंत्रता संग्राम की क्रांति मेरठ के साथ बिठूर से भी श्री गणेशाय हुआ था | बिठूर नाना राव और तात्या टोपे जैसे लोगों की धरती रही है बिठूर में अंग्रेजों ने बहुत नरसंहार किया है यह ऐसी जगह है अगर आपको सौभाग्य मिले तो यहां पर आपको जरूर जाना चाहिए घूमने के लिए |बिठूर में बाल्मीकि आश्रम , ब्रह्मा घाट ,पत्थर घाट ,ध्रुव टीला अन्य कई सारे दर्शनीय स्थल स्थित है |

2.कानपुर की ऐतिहासिक जगह बुड्ढा बरगद - Historical Place Boodha Bargad Kanpur In Hindi :

बूढ़ा बरगद कानपुर में एक पुराना बरगद का पेड़ है जो ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है |यह वही स्थान है जहां 1857 की क्रांति का मुख्य केंद्र था यहां पर 144 भारतीय क्रांतिकारियों को फांसी दे दी गई थी | हालांकि यहां पर जो पहले बरगद का पेड़ था उसका अस्तित्व खत्म हो चुका है लेकिन इतिहास प्रेमी है आप तो यहां पर घूमने जा सकते हैं |

3.श्री राधा कृष्ण मंदिर कानपुर - Radha Krishna-JK Temple Mandir Kanpur In Hindi :

50 वर्ष पहले सिंधिया परिवार के जेके ट्रस्ट ने श्री राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण करवाया था| इसलिए इसे जेके मंदिर भी कहा जाता है | इस मंदिर में आप अपने प्राचीन तथा नवीन वास्तुकला का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है |

कानपुर के जेके मंदिर भगवान राधा कृष्ण को समर्पित है |भगवान कृष्ण के अलावा अन्य चार मंदिर और भी है यहां पर जिसमें हनुमान, लक्ष्मी नारायण ,अर्धनारीश्वर तथा नर्मदेश्वर को समर्पित है | इस मंदिर की अद्भुत दर्शन करना हो तो शाम के समय में जाइए एक बहुत सुंदर आनंद की अनुभूति होगा | इसमें सभी लोगों का प्रवेश निशुल्क रखा गया है | मोती झील से जेके टेंपल की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है | कृष्ण जन्माष्टमी पर इस मंदिर की सजावट अद्भुत होती है अगर आपको सौभाग्य मिले जाने का तो इस मंदिर को जरूर जाइए |

4. कानपुर में घूमने वाली जगह चिड़ियाघर (एलेन फॉरेस्ट जू) - Kanpur Zoo In Hindi :

मेरे दोस्तों अगर आप कानपुर जा रहे हैं घूमने हैं तो कानपुर का चिड़ियाघर घूमना कभी ना भूले यह एलेन फॉरेस्ट जू के नाम से भी जाना जाता है | एशिया के सबसे बड़े चिड़ियाघर में से एक हैं |चिड़ियाघर में 123 प्रजाति के जानवर है | यह 57 हेक्टेयर भूमि में बना हुआ है | समय लगभग टोटल 1448 जानवर मौजूद है | चिड़ियाघर 1971 में खुला है |यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा चिड़ियाघर है क्षेत्रफल की दृष्टि से | चिड़ियाघर आम जनता के लिए 1974 में खोला गया |

यह चिड़ियाघर पर्यटकों के लिए सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है | टूरिस्ट के लिए घूमने के लिए यहां पर इलेक्ट्रिक कार भी है जिसे आप किराए पर लेकर आप घूम सकते हैं | 

एंट्री फीस एलेन फॉरेस्ट जू - 

  • 5 से 12 वर्ष के लिए- 25 Rs 
  • 12 वर्ष से अधिक उम्र के लिए- 30 Rs 
  • टॉय ट्रेन की प्राइस वयस्क के लिए - 50 Rs 


5. कानपुर की घूमने वाली जगह मोती झील - Moti Jheel Kanpur in Hindi :

यह कानपुर का ऐसा जगह है जहां पर फिल्मों का शूटिंग भी किया जाता है | मोतीझील टूरिस्ट के लिए पिकनिक स्पॉट बन चुका है | यहां पर शाम के समय जाकर अच्छा समय बिता सकते हैं ,यहां पर हमेशा भीड़ भी रहती है | यहां पर फैमिली , गर्लफ्रेंड के साथ जा सकते हैं | यहां पर टॉय ट्रेन चलती है जिसमें बैठकर हम आनंद ले सकते हैं | यहां पर बैठने के लिए पार्क भी बने हुए हैं और बच्चों के लिए झूले हैं | 

6. कानपुर की घूमने वाली जगह फूल बाग - Phool bagh kanpur In hindi :

दोस्तों फूल बाग के गणेश उद्यान के नाम से भी जाना जाता है | फूल बाग कानपुर शहर के माल रोड पर बना है | फूल बाग के बीच में गणेश शंकर विद्यार्थी का एक मेमोरियल बना हुआ है | इस फूलबाग को ब्रिटिश शासन काल में क्वीन विक्टोरिया गार्डन के नाम से जाना जाता था | 

दोस्तों कानपुर संग्रहालय और कानपुर यूनियन क्लब इसी फूल बाग में स्थित है | मोती झील से फूल बाग की दूरी लगभग 8 किलोमीटर है | यहां पर फैमिली, कपल , दोस्तों के साथ अच्छा टाइम बिता सकते हैं | फूलबाग सप्ताह के सातों दिन सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है | 

7. कानपुर की प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर - ISKCON Temple Kanpur In Hindi :

इस्कॉन मंदिर यह भगवान राधा कृष्ण को समर्पित है | यह मंदिर कानपुर के बिठूर में है | जैसा कि आप जानते हैं कि बिठूर को धर्म और क्रांति के नगरी के रूप में जाना जाता है | यही पर माता सीता ने कई साल गुजारे हैं | नाना राव पेशवा ने अंग्रेजों की लड़ाई के समय यही से बिगुल फूंका था | दोस्तों राधा कृष्ण का मंदिर पूरे भारत में तो कई हैं लेकिन इस्कॉन मंदिर ऐतिहासिक मंदिर के रूप में जाना जाता है | जन्माष्टमी के समय पूरे देश में जितने भी इस्कॉन मंदिर हैं इसे पूरा दुल्हन की तरह सजाया जाता है | यह मंदिर सप्ताह के सातों दिन सुबह 6:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है मंदिर के अंदर की बनावट और सफेद पत्थरों से हुआ है | यहां पर दोस्तों अंदर बैठने पर बहुत ही शांति मिलती है तथा इसके फ्लोर बहुत ठंडा होता है |

8. कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम - Kanpur Green Park Stadium In Hindi :

कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम सिविल लाइन इलाके के गंगा नदी के किनारे स्थित है | ग्राउंड की क्षमता लगभग 32000 दर्शकों को बैठा सकता है |ग्राउंड राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाते हैं और आईपीएल का भी आयोजन होता है | दोस्तों इस स्टेडियम का नाम मैडम ग्रीन के नाम पर पड़ा है जो कि यहां घुड़सवारी करती थी 1940 के दशक में |

9. कानपुर का सती चौरा घाट - Kanpur Sati Chauraha Ghat In Hindi :

यह वही जगह है जो 18 57 की क्रांति में लाशों के ढेर से पट गया था सतीचौरा घाट |ऊटी में लगभग 450 गोरे लोगों का हत्या किया गया था | सती चौरा घाट के किनारे से भगाया था | इस जगह को तो जरूर देखने जाना चाहिए यदि इतिहास में रूचि रखते हैं तो | आप यहां पर जाओगे तो आपको इस 18 57 की क्रांति के कुछ यादें याद आ जाएगी | कानपुर से लगभग 7-8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है |

10. कानपुर का जैन ग्लास मंदिर - Jain Glass Temple Kanpur In Hindi :

कानपुर का एक जैन मंदिर है ,जैन ग्लास मंदिर | इस मंदिर पर घूमने के लिए बहुत सारे पर्यटक आते हैं | जैन ग्लास मंदिर खूबसूरत नक्काशी दार कमला टावर के विपरीत माहेश्वरी महल में स्थित है | इस मंदिर का निर्माण जैन समुदाय द्वारा अपने 24वें तीर्थंकर की स्मृति में करवाया था | 

जैन मंदिर में महावीर और तीर्थंकरों की मूर्तियां रखी है | एक विशाल छतरी के नीचे सभी मूर्तियां संगमरमर के मंच पर खड़ी है | यह मंदिर कला का उत्कृष्ट नमूना है |

11. कानपुर का मेमोरियल चर्च - Kanpur Memorial Church In Hindi :

कानपुर मेमोरियल चर्च का निर्माण अंग्रेज सरकार ने 1875 में कानपुर की घेराबंदी के दौरान मारे गए अंग्रेजों के याद के रूप में करवाया था |कानपुर मेमोरियल चर्च लाल ईंटों से बना हुआ है| इस चर्च के पूर्व में एक स्मारक गार्डन है जो दरवाजों से पहुंचा जा सकता है | 

इस चर्च की लोकप्रियता ऑल सोल कैथेड्रल के रूप में भी है | यदि कानपुर घूमने जा रहे हैं तो इस मेमोरियल चर्च को जरूर देखने जाए | चर्च का निर्माण का एक ब्रिटिश वास्तुकार वाल्टर ग्रानविले था | 

कानपुर के वॉटर पार्क - Kanpur Water Park In Hindi :

Blue World Theme Park Kanpur :

ब्लू वर्ल्ड थीम पार्क सबसे बड़ा पार्क है यह Mandhana-bithoor रोड पर स्थित है | यहां आप अपने फैमिली के साथ आदर्श समय बिता सकते हैं |इस पार्क में मनोरंजन के सभी संसाधन उपलब्ध है | ब्लू वर्ल्ड थीम पार्क 25 एकड़ भूमि में फैला हुआ है | यहां पर लेजर शो का भी आयोजन किया जाता है | थीम पार्क में सांस्कृतिक थिएटर संग्रहालय फाइव स्टार होटल इंडोर गेम प्लाजा अन्य कईआकर्षण है |यह सप्ताह के सातों दिन सुबह 10:30 बजे से शाम 7:30 बजे तक खुला रहता है |

कानपुर के शॉपिंग मार्केट - Kanpur Shoping Market In Hindi :

कानपुर में तो यहां पर कई सारे शॉपिंग मार्केट हैं लेकिन कुछ हम खास मार्केट के बारे में बता रहे हैं जहां आप शॉपिंग कर सकते हैं |

जनरल गंज मार्केट- इस मार्केट को कानपुर का सबसे सस्ती मार्केट कहा जाता है | इस बाजार में कपड़ा का थोक बाजार है ,यहां पर आपको एक से बढ़कर एक शोरूम नजर आएंगे साड़ियों के |साड़ियों के अलावा यहां पर आप बेडशीट टावेल आदि सामान खरीद सकते हैं | सबसे खास बात यह है कि मार्केट रेट से 20 से 30 परसेंट सस्ते सामान मिलते हैं | जनरल गंज मार्केट कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर है यहां पर आप लोकल ऑटो- रिक्शा से जा सकते हैं | 

विद्यार्थी मार्केट - इस मार्केट में आपको फूड प्वाइंट के साथ आलीशान मार्केट भी मिल जाएगी | इस मार्केट में आसानी से घर का सामान भी मिल जाता है यानी किचन से जुड़ा हुआ | सबसे खास बात यह है कि तीन मार्केट आपस में जुड़ी हुई है इसमें चावला मार्केट , विद्यार्थी मार्केट और दुर्गा मंदिर मार्केट शामिल है | इस मार्केट में लगभग सभी टाइप के समान मिल जाएंगे आर्टिफिशियल ज्वेलरी से लेकर कपड़ा, घर के सजाने वाले सामान भी मिल जाएंगे |

शिवाला मार्केट - दोस्तों कानपुर का शिवाला मार्केट की बहुत फेमस है | यहां पर पुराना एक कैलाश मंदिर है इसलिए इसे शिवाला मार्केट कहां जाता है | कैलाश मंदिर के द्वार पर ही मार्केट लगता है | मार्केट बहुत बड़ा नहीं है परंतु सस्ती शॉपिंग करने के लिए यहां जाया जा सकता है | इस मार्केट में शादी के लिए लहंगा खरीदना हो या फिर किराए पर लेना हो तो इस मार्केट में जरूर जाइए |यहां पर एक चूड़ी मार्केट भी है जो बहुत अच्छा है और बहुत आपको पसंद आएगा |

सीसामऊ मार्केट -  कानपुर का बहुत फेमस मार्केट है | मार्केट में भी आप सस्ती और अच्छी शॉपिंग कर सकते हैं | यहां पर आपको डिजाइनर लहंगे से लेकर साड़ी तक अच्छी वैरायटी में उचित दाम पर मिल जाएंगे | इसके नजदीक गुमटी नंबर - 5 की मार्केट है जहां आप वहां खरीदारी कर सकते हैं | इस बाजार में पंजाबियों का मार्केट है | 

यहां की अन्य बाजार भी इस प्रकार हैं जैसे - सदर बाजार, विकास नगर मार्केट, नवीन मार्केट , स्वरूप नगर , छपेड़ा पुलिया मार्केट इसके अलावा और भी मार्केट है | 

कानपुर का लोकल स्ट्रीट फूड - Kanpur Local Food In Hindi :

ठग्गू के लडडू -

दोस्तों यदि आप कानपुर आए तो ठग्गू के लडडू का स्वाद जरूर लीजिए | “ऐसा कोई सगा नहीं जिसको हमने ठगा नहीं” | ठग्गू के लडडू इसी प्रकार कहते हैं | इनकी दुकान कानपुर के बड़े चौराहे पर स्थित है | इनकी दुकान या करीब 50 साल से ज्यादा समय हो चुका है , इनके लड्डू कानपुर के लोकल से लेकर बॉलीवुड सितारे तक पसंद करते हैं | 

साहू कचौड़ी- 

कानपुर में सुबह के नाश्ते की शुरुआत साहू कचौड़ी वाले के यहां ना हो तो लोगों का दिन अधूरा अधूरा सा लगता है |यह अपनी कचौड़ी में स्पेशल आलू तथा चटपटी सब्जी और सलाद देते हैं | 

गोपाल के खस्ते -

कानपुर नरौना चौराहे पर स्थित गोपाल के स्पेशल खस्ते का बात ही कुछ अलग है | यहां पर अगर आप आए तो इनका खस्ते का स्वाद जरूर लीजिए |

आदर्श की स्पेशल नमकीन - 

बिरहाना रोड का नमकीन तो पूरे प्रदेश में फेमस है |यहां का कानपुर के लगभग लोकल पब्लिक स्पेशल ढोकला नाश्ते में खाए बिना नहीं रह पाते हैं | इनके ढोकले का स्वाद अजीब ही निराला है तथा यहां मिलने वाली स्पेशल पंचम दालमोठ स्पेशल जायकेदार से युक्त मिलती है | 

बनारसी टी स्टॉल - 

दोस्तों यदि आप कानपुर गए तो बनारसी टी स्टॉल की स्पेशल चाय जरूर ले| मोतीझील चौराहे पर 1952 में खुली टी स्टॉल, यहां पर दिन भर में 5000 से ज्यादा स्पेशल चाय की बिक्री होती है | इनके चाय में पका हुआ लाल दूध, कुछ स्पेशल चाय मसाला और दानेदार चाय पत्ती के साथ यूज़ होता है | इन सबके अलावा कानपुर में और भी कई सारे फेमस स्पेशल डिशेज है जिसका आप स्वाद ले सकते हैं | 

गड़बड़ चाट- नवीन मार्केट , बनारसी के लड्डू- बिरहाना रोड़ , बाबा बिरयानी- काकादेव रोड़ , बदनाम कुल्फी- परेड चौराह , शंकर पताशे वाला- बिरहाना रोड़ .