भोपाल में घूमने की जगह - Tourist Places of Bhopal in hindi

प्रिय पाठकों को मेरा नमस्कार, मैं गौरव शर्मा एक बार फिर आप सबका अपने इस लेख में स्वागत करता हूँ और आशा करता हूँ कि आप सवस्थ होंगे। दोस्तों आज हम एक ऐसे शहर के बारे में जानने की कोशिश करेंगे जो शहर पर्यटकों को मन में हमेशा से एक खास स्थान बनाए हुए है

भोपाल में घूमने की जगह - Tourist Places of Bhopal in hindi

यह शहर अपनी अभूतपूर्व सुंदरता हरियाली तथा भारत के सुनहरे इतिहास को एक अनूठे ढंग से संजोई है जिसकी वजह से हर एक पर्यटक कभी ना कभी इस शहर में जाने का और यहाँ की सुंदरता का लुत्फ उठाने का मौका ढूंढ़ते रहते हैं।

दोस्तों आज हम मध्यप्रदेश के भोपाल शहर के बारे में जाएंगे।

भोपाल का इतिहास - History of Bhopal in hindi

भारतीय इतिहासकारों के अनुसार मध्यप्रदेश के इस जिले की स्थापना परमार राज् सम्राट भोजने 1010 में की थी, ऐसा माना जाता है कि उस समय इस राज्य की राजधानी धार थी। इस अद्भुत शहर को प्राचीन समय में भोजपाल राज्य के नाम से भी जानते थे।

यह शहर जितना अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है उससे कहीं अधिक यहाँ स्थित झीलें आकर्षक का केंद्र है, इसलिए आज के समय में इस शहर को झीलों का शहर भी कहा जाता है।

यह शहर भारत के उन शहरों में से आता है, जहाँ बहुत सारे विदेशी राजाओं, सरदारों ने लूटमार की और यहाँ की धन सम्पत्ति को लूटकर अपने देश ले गए परन्तु इतनी बर्बरता के बाद भी यह शहर आज भी अपनी उसी सुंदरता के कारण विश्व प्रसिद्ध है।

राजा भोज के नाम से प्रसिद्ध यह शहर जहाँ प्राचीन समय में अपनी हिंदू सभ्यता के कारण प्रसिद्ध था, वही यह है शहर वर्ष 1700 के बाद अपनी इस्लामिक सभ्यता के कारण आज तक भारत के इतिहास में एक अलग स्थान बनाए हुए है। इस शहर में बड़े बड़े हिंदू सम्राटो ने राज्य किया तो वही इस देश की प्रथम इस्लामिक शासक कुदसिया बेगम ने भी इसी शहर पर राज् किया।

दोस्तों यह शहर जितना अपनी प्राचीनता तथा अलग अलग धर्मों के राजाओं के लिए प्रसिद्ध हैं उससे कहीं अधिक प्रसिद्ध यह अपने पर्यटक स्थलों के लिए भी है, दोस्तों में आज आपको यहाँ के कुछ ऐसे पर्यटक स्थलों के बारे में बताने वाला हूँ जिससे आपका मन भोपाल के लिए मोहित हो जाए।

भोपाल की मशहूर जगहें - Famous Places of Bhopal in Hindi

बड़ा तालाब - Upper Lake in hindi

दोस्तों भोपाल शहर का सबसे बड़ा पर्यटक स्थल बड़ा तालाब माना जाता है। दोस्तों यह तालाब भारतवर्ष का सबसे पुराना कृत्रिम तालाब है, ऐसा माना जाता है कि राजा भोज ने इसका निर्माण 1100 ईस्वी में कराया था। भोपाल शहर के ज्यादातर पर्यटक इसी स्थान पर घूमने के लिए आते हैं, इस स्थान पर आपको बहुत सारे ऐसे स्थान मिलेंगे जहाँ आप अपनी तथा अपने परिवार की कुछ ऐसी यादगार तस्वीरें खिंचवा सकते हैं जो आपको जीवनभर इस मनमोहक स्थान की याद दिलाते रहेंगे। इस स्थान पर आपको नौकायन करने का भी मौका मिलता है, इस स्थान पर आपको भोपाल के स्वादिष्ट भोजन का भी स्वाद चखने मिलेगा।

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान - Van Vihar National Park in hindi

बड़े तालाब से ही कुछ दूरी पर स्थित यह राष्ट्रीय उद्यान अपनी सुंदरता तथा यहाँ पाए जाने वाले जंतुओं के लिए हमेशा से ही पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता रहता है, यहाँ आपको अनेकों प्रकार के जानवर देखने के लिए मिलते हैं यहाँ का सबसे आकर्षक नजारा आपको यहाँ पाए जाने वाले कछुए तथा जंगली भालू को देखने के बाद मिलता है। यहाँ आपको दुनिया में पाई जाने वाली अलग अलग तरह की सांपों की प्रजातियां भी देखने को मिलती है। यहाँ पाए जाने वाले जंतुओं की वजह से यहाँ पर सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं जिससे की आपको या आपके परिवार को किसी भी तरह का कोई कष्ट ना मिले, यदि आप साइकिल चलाने के शौकीन हैं तो वन विहार आपके लिए एकदम उपयुक्त जगह सिद्ध होगी क्योंकि जैसे ही आप वन विहार में प्रवेश करते हैं तो आपको किराये पर साइकिल उपलब्ध हो जाती है परंतु यदि आप पैदल चलने के शौकीन हैं तो भी आपके लिए यह है बहुत अच्छा पर्यटक स्थल है। यह राष्ट्रीय उद्यान जहाँ अपने जीव जंतुओं के लिए प्रसिद्ध है उससे कहीं अधिक यहाँ पाए जाने वाले अलग अलग तरह के पेड़ पौधे तथा फूल इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं। जब आप वन विहार में घूमते हैं तो आपको एक अलग शांति का अनुभव होता है। यह राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिए सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है।

मोती मस्जिद - Moti Masjid in hindi

दोस्तों जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कि यह शहर अपनी इस्लामिक सभ्यता के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है और इसकी प्रसिद्धि में मोती मस्जिद चार चाँद लगाती है। यह मस्जिद सन 1862 में मुस्लिम शासक सिकंदर जहान बेगम द्वारा निर्मित कराई गई थी। मोती मस्जिद के बारे में स्थानीय लोग ऐसा बोलते हैं की यह मस्जिद दिल्ली की जामा मस्जिद के बाद इस्लाम धर्म में सबसे अधिक महत्त्व रखती है, तथा इस पर की गई कारीगरी उसकी इस पर प्रसिद्धि में और बढ़ोतरी करती है।

सैर सपाटा - Sair Sapata Bhopal, Madhya Pradesh 

बड़ा तालाब, वन विहार के बाद यह स्थान सबसे अधिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम रहा है। इस स्थान पर आपको तथा आपके बच्चों को बहुत सारी ऐसी ऐसी मस्ती करने का मौका मिलता है जैसे की नौकायन, या यहाँ चलने वाली रेल गाडी बच्चों के आकर्षण का केंद्र होता है। और यदि आप अपने परिवार के साथ इन मस्ती के पलों को कैमरे में कैद करना चाहते हैं तो उसके लिए भी यहाँ बहुत सारे ऐसे स्थान हैं जहाँ आप अच्छे से अच्छे फोटोग्राफ ले सकते हैं। फोटोग्राफ के साथ साथ यदि आप अपनी कलाकृति बनवाना चाहते हैं तो भी यहाँ बहुत सारे ऐसे कलाकार मिलते हैं जो बहुत ही कम समय में आपके सामने आपकी एक जीवंत तस्वीर लाकर रख देते हैं और आपका मन बार बार इस स्थान पर जाने को करता है। तो दोस्तों यदि आप अपने तथा अपने बच्चों के साथ घूमने की कोई योजना बना रहे हैं और वह योजना भोपाल के बारे में है तो वन विहार आपके लिए सबसे उपयुक्त जगह होगी।

लक्ष्मीनारायण मंदिर - Laxmi Narayan Temple in hindi

भोपाल के सबसे धार्मिक स्थलों में लक्ष्मीनारायण मंदिर का नाम सर्वप्रथम आता है, स्थानीय लोग इस मंदिर को बिरला मंदिर के नाम से भी जानते हैं ऐसा इसलिए है क्योंकि इसी के परिसर में बिरला संग्रहालय उपस्थित हैं। इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान नारायण तथा माता लक्ष्मी की एक अद्भुत प्रतिमा स्थापित की गई है, इस मंदिर में आपको ऐसी अनूठी कारीगरी के साक्ष्य देखने के लिए मिलेंगे कि आपका मन मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक सुंदरता को देखकर मोहित हो जाएगा, इस मंदिर के संगेमरमर के पत्थरों पर गीता तथा रामायण के उपदेशों को इतनी सहजता के साथ अंकित किया किया गया है कि पढ़ने वाले का मन एक अनोखी अलौकिकता में खो जाता है।

छोटा तालाब - Chota Talab Bhopal

इतिहासकारों के अनुसार इस तालाब की स्थापना भी राजा भोज द्वारा ही कराई गई थी।पुल पुख्ता नामक पुल बड़े तालाब तथा इस छोटे तालाब को अलग करता है बड़े तालाब पर आने वाले पर्यटकों के लिए यह स्थान भी आकर्षक का केंद्र होता है, यहाँ भी आपको बहुत सारे ऐसे साधन मिलते हैं जिसके साथ आप अपने तथा अपने परिवार के साथ अपनी छुट्टियों का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।

बिरला संग्रहालय - Birla Museum in hindi

जैसा कि मैंने आपको पहले बताया कि यह संग्रहालय भी लक्ष्मी नारायण मंदिर के परिसर में ही स्थित है। यह स्थान हमेशा से ही देशी तथा विदेशी पर्यटकों के लिए एक उपयुक्त पर्यटक स्थल रहा है।

गौहर महल - Gohar Mahal in hindi

बड़े तालाब के किनारे पर स्थित यह महल एक अनूठी कारीगरी का जीवंत प्रमाण है। इस महल का निर्माण भोपाल की प्रथम महिला शासक कुदसिया बेगम द्वारा 1862 मैं कराया गया था, परन्तु इस महल की सुंदरता तथा इसका आकर्षण आज भी वैसा का वैसा ही बना हुआ है जिसकी वजह से यहाँ हर साल हजारों की तादाद में पर्यटक आते हैं।यह महल हिंदू इस्लामिक वात्सुकला का एक अनोखा उदाहरण है। यह महल अपनी लकड़ी की कारीगरी के लिए भारतीय इतिहास में एक अनोखा स्थान रखता है।

जनजातीय संग्रहालय - Tribal Museum in hindi

जो पर्यटक मानव जीवन के कुछ अनसुलझे पहलू तथा जनजातीय जीवन में रूचि रखते हैं उनके लिए यह स्थान एक आकर्षक का केंद्र सिद्ध होता है क्योंकि आपको यह स्थान आदिवासी संस्कृति के कुछ ऐसे साक्ष्य दिखाता है जिसे देखने के बाद एक इतिहास प्रेमी अपने आप को संतुष्ट समझता है।इस स्थान को सुनियोजित रखने के लिए इस संग्रहालय के कर्मचारी दिन प्रति दिन अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देते हैं जिसकी वजह से आप और हम एक ऐसे जीवन के बारे में अच्छे से जान पाते हैं जिसके बारे में हमने केवल किताबों में ही पढ़ा है।

इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय - Indira Gandhi Human Museum Bhopal in hindi

यह संग्रहालय आपको प्राचीन तथा आधुनिक समय का एक सर्वश्रेष्ठ मिश्रित आनंद प्रदान करता है जहाँ आपको एक तरफ मानव जीवन के कुछ ऐसे रहस्य यहाँ देखने को मिलते हैं जिसके बाद आप अपने आप को प्राचीन समय में रहने वाले आदिवासियों के बीच महसूस करते हैं वहीं दूसरी ओर ऑडियो तथा विज़ुअल अभिलेखों पर आधारित एक आधुनिक पुस्तकालय भी इस संग्रहालय में मौजूद है जहाँ आपको मानव जीवन के बारे में कुछ ऐसी किताबें पढ़ने को मिलेंगे जिसके बाद आप के आदि मानव जीवन को लेकर कुछ अनसुलझे पहलू शायद सुलझ जाए।

शौर्य स्मारक - Shaurya Smarak in hindi

भोपाल में यूँ तो बहुत सारे ऐसे पर्यटक स्थल है जहाँ आपका मन यहाँ की सुंदरता को देखकर खुशी से झूम उठता है परन्तु 2016 में एक ऐसा स्थान इस शहर के पर्यटक स्थलों में जुड़ा जो स्थान अपने आप में महानता का प्रतीक है इस स्थान का नाम शौर्य स्मारक है, यह स्थान आपको भारत के उन वीर सपूतों की याद दिलाता है जिन्होंने आपकी और हमारी रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी इस स्थान का सबसे आकर्षक केंद्र यहाँ स्थापित भारतीय शहीदों की 62 फुट लंबी प्रतिमा हैं। इस स्थान पर जाकर आपके अंदर भी देशभक्ति का एक ऐसा भाव उत्पन्न होता है जिसके बाद आपको एक भारतीय होने पर गर्व महसूस होता है और आपको एहसास होगा कि आप एक ऐसे देश के निवासी हैं जहाँ ऐसे अमर जवान अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए छन भर के लिए भी अपने प्राणों की चिंता किए बिना शहादत को अपने गले लगा लेते हैं।

भोपाल पहुंचे कैसे - How to reach Bhopal in hindi

मध्य भारत में स्थिति यह है शहर देश के अन्य राज्यों तथा शहरों से अच्छे से जुड़ा है, आप यहाँ वायु यात्रा,रेलयात्रा तथा बस की सहायता से भी पहुँच सकते हैं।

भोपाल में स्थित हबीबगंज स्टेशन से भारत के सभी छोटे बड़े शहरों के लिए रेल गाड़ी उपलब्ध होती है। यदि आप हवाई यात्रा करके भोपाल आना चाहते हैं तो राजा भोज हवाई अड्डा आपके लिए सबसे उपयुक्त होगा।

मेरे प्यारे पाठकों मैं गौरव शर्मा आशा करता हूँ कि मैंने आपके सामने विश्व प्रसिद्ध तालाबों के शहर भोपाल की एक ऐसी छवि प्रस्तुत की होगी जिंस को पढ़ने के बाद आपके मन में भी अवश्य ही एक बार इस अद्भुत सुंदरता वाले शहर भोपाल आने का विचार अवश्य आया होगा। दोस्तों आशा करता हूँ कि जो प्रयास मैंने किया है की मैं आपको भोपाल शहर की एक जीवंत तस्वीर दिखा सकूँ आप भी अपने दोस्तों तक इस लेख को ज्यादा से ज्यादा पहुंचाकर मेरा सहयोग करेंगे।

दोस्तों मिलते हैं कुछ समय के बाद ऐसे ही एक नए लेख मे,एक नए शहर के बारे में कुछ प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों की जानकारी के साथ धन्यवाद।