कौशांबी में घूमने वाली जगह - Kaushambi history in hindi

मेरे प्रिय पाठक आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार हमारे इस नए लेख में दोस्तों आज हम इस लेख में उत्तर प्रदेश का कौशांबी जिला घूमने की संपूर्ण जानकारी देंगे अतः आपसे अनुरोध है कि हमारे इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े | 

कौशांबी में घूमने वाली जगह - Kaushambi history in hindi

उत्तर प्रदेश का कौशांबी जिला का परिचय - Kaushambi Famous Tourist Places In Hindi : 

  • दोस्तों कौशांबी उत्तर प्रदेश का एक जिला है | यह जिला इलाहाबाद से 4 अप्रैल 1997 को अलग करके बनाया गया था |कौशांबी जैन व बौद्ध धर्म के भूमि के रूप में भी प्रसिद्ध है | बताया जाता है कि भगवान बुध इस स्थान पर अपने 4 महीने बरसात के यहां पर बिताया करते थे | दोस्तों कौशांबी पहले वत्स देश की राजधानी थी | कौशांबी जिले में गोस्वामी तुलसीदास की ससुराल भी है |
  • कौशांबी जिले का सबसे घनी आबादी वाला छोटा शहर भरवारी है | यह खरीदारी के लिए सबसे ज्यादा मशहूर है | प्रयागराज से कौशांबी की दूरी लगभग 51 किलोमीटर है | 

कौशांबी में घूमने की जगह - Kaushambi Me Ghumne Ki Jagah : 

  • दोस्तों अगर आप कौशांबी में गए हैं तो यदि यहां के पर्यटक स्थल घूमने का सोच रहे हैं तो आप बिल्कुल ठीक सोच रहे हैं | यह स्थान गौतम बुद्ध गोस्वामी तुलसीदास तथा भगवान श्रीकृष्ण से संबंध रखता है | यहां के कुछ मुख्य पर्यटक स्थल किस प्रकार हैं - 

शीतला माता मंदिर कड़ा धाम कौशांबी - Shitala Mata Mandir Kada Dham Kaushambi in hindi : 

  • यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है | यहां पर दोस्तों हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं | मंदिर गंगा नदी के किनारे स्थित है | बताया जाता है कि यह मंदिर 1000 वर्ष पुराना है | इस मंदिर में शीतला माता गधे पर बैठी हुई है |दोस्तों इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर में हिंदू धर्म के अलावा भी अन्य धर्मों के लोग दर्शन करने के लिए आते हैं | 

राजा जयचंद किला कड़ा धाम कौशांबी - Raja Jayachandra Kila Kada Dham Kaushambi in hindi : 

  • दोस्तों राजा जयचंद का किला गंगा नदी के किनारे एक पहाड़ पर स्थित है | दोस्तों अभी बिल्कुल खंडार हो चुका है | दोस्तों यह किला आशिकों के नाम हो गया है जितने भी यहां पर कपल आते हैं सब अपना नाम किले की दीवाल पर लिखकर चले जाते हैं | 

ख्वाजा कड़क शाह बाबा कड़ा धाम कौशांबी - Khwaja Shah baba Kada Dham Kaushambi in hindi : 

  • दोस्तों ख्वाजा कड़क शाह बाबा का मजार शीतला धाम के बिल्कुल नजदीक ही है | दोस्तों अगर हम इतिहास में जाए तो अलाउद्दीन खिलजी के गुरु ख्वाजा कड़क शाह बाबा थे | दोस्तों यहां पर एक इमली का पेड़ है जो 750 साल पुराना है | दोस्तों इस मजार पर एक करिश्माई आग की भट्टी भी है | यहां की मस्जिद अलाउद्दीन के द्वारा बनवाई गई थी | इस दरगाह पर 40% हिंदू तथा 60% मुसलमान जाते हैं | दोस्तों यहां पर एक Urus का आयोजन किया जाता है जिस पर पूरे हिंदुस्तान से 5 से 6 लाख लोगों की भीड़ होती है

 कौशांबी किला - Kaushambi Kila in hindi : 

  • दोस्तों कौशांबी का किला यमुना के किनारे कोसम गांव में स्थित है | दोस्तों यह किला इस समय बिल्कुल ध्वस्त हो चुका है सिर्फ उसके अवशेष बचे हैं | 

प्रभास गिरी पर्वत कौशांबी - Prabhas Giri Kaushambi in hindi : 

  • दोस्तों प्रभास गिरी एक प्रमुख धार्मिक स्थल है | यह पर्वत यमुना नदी के किनारे पर स्थित है तथा मंझनपुर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण की मृत्यु इसी स्थान पर हुई थी | 
  • दोस्तों इस समय इस पर्वत पर एक बहुत बड़ा जैन मंदिर है तथा यहां पर एक 9 फीट लंबी तथा 7 फीट चौड़ी गुफा भी स्थित है | वर्तमान समय में प्रभास गिरी पर प्रत्येक मकर सक्रांति को मेले का आयोजन किया जाता है | 

राजकुमारी रत्नावली धाम महेवा कौशांबी - Rajkumari Ratnavali Dham Mahewa Kaushambi in Hindi : 

  • दोस्तों गोस्वामी तुलसीदास का ससुराल इसी महेवा कौशांबी में स्थित है | गोस्वामी तुलसीदास की पत्नी का नाम रत्नावली था | 

श्री राम जानकी मंदिर बजहा कौशांबी - Shri Ram Janki Mandir Bajha Kaushambi in Hindi : 

  • दोस्तों यह बहुत ही सुंदर मंदिर बना हुआ है यहां पर आप जाएंगे तो अक्सर आपको भजन कीर्तन होता हुआ मिल जाएगा | यह मंदिर सफेद संगमरमर पत्थर से बना हुआ है | इस जगह पर साल में दो बार मेले का आयोजन भी किया जाता है | दोस्तों यह मंदिर कोई छोटा मोटा मंदिर नहीं है यह काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है |श्री राम जानकी मंदिर मेन रोड पर ही बना हुआ है | दोस्तो आप कौशांबी जाएं तो इस जगह पर आप जरूर जाएं आपका प्रसन्न हो जाएगा |

संदीपन घाट कोखराज कौशांबी - Sandeep ghat Kokhraj Kaushambi in Hindi :

  • दोस्तों यह कौशांबी का संदीपन घाट है जहां पर सैकड़ों श्रद्धालु प्रतिदिन गंगा में स्नान करने के लिए जाते हैं | यही वह जगह है जहां पर भगवान श्री कृष्ण बलराम और सुदामा इसी संदीपन घाट पर संदीपनी गुरु से शिक्षा प्राप्त किया था | पौराणिका कथाओं के अनुसार बताया जाता है कि भगवान श्री कृष्ण ने यहां पर 64 दिनों में 64 कलाएं सीखी थी | यहां पर राम जानकी और लक्ष्मण जी का एक सुंदर मंदिर भी है था इसी मंदिर के पास भगवान श्री राम के परम भक्त बजरंगबली का भी मंदिर है | 

कौशांबी कैसे पहुंचे हैं - How to reach Kaushambi in Hindi : 

  • प्रयागराज से कौशांबी की दूरी लगभग 51 किलोमीटर है |कौशांबी का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन भरवारी है , जिसका स्टेशन कोड BRE है | दोस्तों प्रयागराज से भरवारी के लिए बहुत सारी ट्रेनें उपलब्ध है जिससे आप आसानी से जा सकते हैं |भरवारी कौशांबी से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है |कौशांबी का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट प्रयागराज है | कुल मिलाकर यह है कि अगर आप प्रयागराज पहुंच गए तो आप कौशांबी भी आसानी से पहुंच जाएंगे |